मैं एक गे (समलैंगिक) पुरुष हूँ और मैंने सुना है कि गे लोगो में एड्स/एसटीआई/एसटीडी बहुत आम बात है? क्या यह सही है?

हाँ भी, नहीं भी.. हाँ इसलिए कि सेक्सुअली सक्रीय गे, बाईसेक्सुअल और अन्य पुरुष जो पुरुषो (MSM) के साथ सेक्स करते हैं, उनको सिफिलिस, एचआईवी, और अन्य एसटीडी तथा एसटीआई की अधिक जोखिम होती है. प्रमुख आबादी में एचआईवी एक संकेंद्रित महामारी है, जिस में पुरुषो के साथ सेक्स करने वाले पुरुष शामिल हैं (सभी मामलों का 4.4%).

हालांकि इसको लेकर आपको ज़्यादा चिंता करने की ज़रुरत नहीं है, अगर आप कुछ सामान्य सी सावधानियां बरतें. 

सबसे पहले तो हेपाटाइटीस ए तथा बी, और ह्युमन पैपिलोमा वायरस (HPV) के लिए टीका लगवा लें. इसके बाद कुछ व्यवहार संबंधी बदलाव करने होंगे, जिन में अपने साथी से STDs के बारे में ईमानदारी से बात करना और टेस्ट कराना शामिल हैं. हर बार सेक्स के दौरान सही ढंग से कंडोम इस्तेमाल करना ज़रूरी है और अंत में, अपने सेक्स साथियों की संख्या सीमित रखें.